कितना अच्छा लगता है
जब कोई आपको समझाता है
कुछ कर गुजरने कि राह दिखाता है
आप में अपना विश्वास जताता है
कैसी भी हो परिस्थिति
कितनी विषम ही क्यों न हो स्थिति
यह विश्वास ही तो है
जो हर पल हमे संभाले रखता है
कभी स्वयं का स्वयं पर विश्वास
कभी अनजानो का आप पर विश्वास
बड़े बड़े चमत्कार दिखा सकता है
भगवान को देखा नहीं कभी
लेकिन सिर्फ विश्वास ही तो है
जो उसके होने का अहसास करवाता है
और करते है जब हम रिश्तो की बातें
विश्वास ही तो रिश्तो को मजबूत बनता है
जब कोई आपको समझाता है
कुछ कर गुजरने कि राह दिखाता है
आप में अपना विश्वास जताता है
कैसी भी हो परिस्थिति
कितनी विषम ही क्यों न हो स्थिति
यह विश्वास ही तो है
जो हर पल हमे संभाले रखता है
कभी स्वयं का स्वयं पर विश्वास
कभी अनजानो का आप पर विश्वास
बड़े बड़े चमत्कार दिखा सकता है
भगवान को देखा नहीं कभी
लेकिन सिर्फ विश्वास ही तो है
जो उसके होने का अहसास करवाता है
और करते है जब हम रिश्तो की बातें
विश्वास ही तो रिश्तो को मजबूत बनता है
इसीलिए कभी किसी का विश्वास टूटने न देना
और अपने हाथों से रिश्तों की डोर छूटने न देना..
(साहित्यिका)
2 comments:
Nice poem, will write the english version of it soon.
beautiful!!!
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