I believe in the imagination. What I cannot see is infinitely more important than what I can see.

Tuesday, February 3, 2009

भ्रस्टाचार

चुनाव का मौसम फिर से आया,

पूर्व मंत्री जी ने अपने क्षेत्र का दौरा लगाया,

सड़को पर गड्डो से परेशान होकर नेताजी ने फरमाया,

इन गड्डो से ये सिद्ध होता है,

की ये सरकार भ्रस्टाचार के दलदल में सनी है,

तभी किसी आदमी की सामने से आवाज आई,

ये सड़क आप के ही टाइम की बनी है !!!

(गौरव)

2 comments:

विवेक सिंह said...

सुन्दर व्यंग्य !

दर्पण साह said...

:)
batao , kam se kam sadak to bani hi (Bits & Parts main hi sahi)

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